दिलों में जोश आया है।
अर्जुन ने आज फिर
गांडीव उठाया है।
आज हवाओं ने झूम कर
फ़ख्र का परचम लहराया है।
आज नभ में शौर्य का
प्रखर सूर्य जगमगाया है।
बारह रणवीरों ने आज
अभय का कर शंखनाद
आतंक को ललकारा है !
शठता को पछाड़ा है।
जननी जन्मभूमि का,
माँ भारती के अश्रुजल का,
अपनी माँ के दूध का
क़र्ज़ उतारा है।
देश सेवा में जिस-जिसने
जीवन का बलिदान किया,
हर उस सेनानी का
मान बढ़ाया है।
आज बड़े दिनों के बाद
शहीदों के अपनों को
थोड़ा चैन आया है।
एक आंसू ढुलक आया है।
आज बड़े दिनों बाद
दिलों में जोश आया है।
अर्जुन ने आज फिर
गांडीव उठाया है।