क्या खूब हो अगर
तुम्हारी कमी को
मैं पूरा कर दूं !
और मेरे खाली पन्ने को
तुम भर दो !
और मेरे खाली पन्ने को
तुम भर दो !
आओ चलो !
एक तस्वीर बनाते हैं ,
मिल - जुल कर।
अपने - अपने
रंग भर कर।
एक तस्वीर बनाते हैं ,
मिल - जुल कर।
अपने - अपने
रंग भर कर।
शायद इनके मिलने से
इन्द्रधनुष बन जाये !
कितना मज़ा आये !
इन्द्रधनुष बन जाये !
कितना मज़ा आये !
या तुम अपनी बात कहो।
मैं अपनी व्यथा कहूँ।
हो सकता है ,
बात - बात में
कविता रच जाये
मेहँदी की तरह
भाग्य रेखाओं में !
मैं अपनी व्यथा कहूँ।
हो सकता है ,
बात - बात में
कविता रच जाये
मेहँदी की तरह
भाग्य रेखाओं में !
हो सकता है ना ..
जब - जब हम हाथ मिलाएं
गर्मजोशी से ,
अपनी - अपनी कमियों में
देख पायें,
नयी संभावनाएं !
जब - जब हम हाथ मिलाएं
गर्मजोशी से ,
अपनी - अपनी कमियों में
देख पायें,
नयी संभावनाएं !