गुरुवार, 1 फ़रवरी 2024

राम नाम



तर गए पत्थर

जिन पर लिखा था

राम नाम ।


कर गए पार

पवनसुत सागर

लेकर राम का नाम ।


मिला न्याय तब

जब सुग्रीव 

हुए शरणागत।


हुए मुक्त

दुख से विभीषण 

जप कर राम नाम ।


उतारे पार

केवट ने जब राम

हुआ भवसागर पार।


चरण पादुका पूज 

भरत ने साधे राजकाज

कर राम नाम का ध्यान ।


दुख के टूटे पहाङ

माँ सीता ने धारा धैर्य 

भरोसा एक राम का नाम ।


जगत के सारे व्यवधान

मेटता एक राम का नाम ।

जपना राम नाम अविराम।


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राम नाम अंकन साभार-सुश्री श्रीनिधि सीतारामन
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6 टिप्‍पणियां:

  1. जय शम्भो | राधे राधे | अब देखना है राम से आगे |

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  2. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 03 फरवरी 2024 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

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    उत्तर
    1. कृपया गुरुवार को शनिवार पढ़ें। सधन्यवाद।

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  3. दुख के टूटे पहाङ

    माँ सीता ने धारा धैर्य

    भरोसा एक राम का नाम ।

    अति सुन्दर सृजन,जय श्री राम 🙏

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  4. राम नाम ही जीवन सार ...
    बहुत सुन्दर सृजन
    लाजवाब।

    जवाब देंहटाएं

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