बुधवार, 24 जनवरी 2024

राम



कण कण में बसते सिया राम 

जन जन के मानस में राम 


बजरंग बली के हिय में राम  

भ्राता भरत के तप में राम 


शबरी की शरणागति में राम 

केवट की निश्छल भक्ति में राम 


जटायु के बलिदान में राम 

विभीषण के समर्पण में राम 


नल नील के कौशल में राम 

वानर सेना के बल में राम 


संकल्प की शुचिता में राम 

सत्कर्म की दृढ़ता में राम 


भाव की अविरल धारा राम 

भक्त का एकमात्र अवलंब राम 



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चित्र अंतरजाल से साभार 

8 टिप्‍पणियां:

  1. जय श्रीराम🙏🙏🙏🙏
    बहुत सटीक एवं सारगर्भित
    वाह!!!!

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  2. शब्दों का उत्कृष्ट उपयोग I सुन्दर रचना, सुन्दर अभिव्यक्ति नूपुरम जी !

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    1. स्वागत है, आपकी सराहना का ! नमस्ते पर आपके आगमन का ! नमस्ते.

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  3. सुंदर राममय कविता नूपुर जी। बधाई और शुभकामनाएं।

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    1. सहृदय सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. नमस्ते . आते रहिएगा.

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