फूल की पंखुरी
या पत्ते पर ठिठकी
पानी की इक बूँद,
क्षणभंगुर जीवन के
अप्रतिम सौंदर्य की
प्रामाणिक छवि है ।
ये भी हो सकता है
यह पारदर्शी बूँद
चुपके से ढुलका
नमकीन आंसू है,
जप माला का
टूटा मनका है या
आस का मोती है ।
संभवतः कोई कहे
श्वास भर यह बूँद
संवेदनशील ह्रदय का
निश्छल भाव है,
प्रकृति का हास है,
जिसे सूर्य रश्मि
स्पर्श कर ले यदि
सतरंगीं इंद्रधनुष की
रूपहली कोर है ।
जिसकी जैसी
है मनःस्थिति,
यह बूँद उसी
अनुभूति का
प्रतिबिंब है ।
बहुत अच्छी अभिव्यक्ति। मनमोहक भी, सारगर्भित भी।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत सुन्दर सराहनीय
जवाब देंहटाएंसुंदर भावों की अनुपम अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
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