सीखना और समझना
जो तजुर्बा
ना सिखा पाया
वो मेरे
छोटे से
बच्चे के
मासूम सवाल ने
समझा दिया .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कुछ अपने मन की भी कहिए