बुधवार, 30 जून 2010

ख़बर

हाँ.

तुम्हारा
ईमेल मिला.
तुम्हारा
ख़त मिला.
फ़ोन पर
झटपट
बात भी हुई.
इक्का-दुक्का
मुलाक़ात भी हुई.

पर
तुम्हारी
कोई
ख़बर नहीं मिली. 



nupuram@gmail.com

1 टिप्पणी:

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