शनिवार, 1 अक्तूबर 2016

महालय





आज महालय के दिन माँ दुर्गा को जब देखा ,
बोला आज अदभुत है आपके मुख की आभा !
माँ ने मद्धम मद्धम मुस्कुरा कर आनंद से कहा.. 
जानते नहीं मेरे बेटों ने जो मेरा सिर ऊँचा किया ?
वो हर जवान जो देश की रक्षा में शहीद हुआ ..
वो हर जवान जो देश की सुरक्षा में डटा रहा ..
हर उस जवान ने माँ के दूध का क़र्ज़ अदा किया !
आज माँ दुर्गा में मैंने माँ भारती का दर्शन किया ।




रविवार, 17 जुलाई 2016

उम्मीद





ये जो . . 

एक अकेला फूल 
मिट्टी में खिला है  . . 

ओ हेनरी की कहानी 
द लास्ट लीफ़ के 
अंतिम पत्ते की तरह ,

इस दुनिया के 
बचे रहने की 
आख़िरी उम्मीद है ।