शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

कुल जमा पाई


पुरानी फोटो
पुरानी डायरीयों  
पुरानी चिट्ठियों
पुरानी स्मृतियों
पुरानी सारी बातों को,

जोड़ कर,
घटा कर,
हिसाब लगाया है ...

अतीत का बड़प्पन
भविष्य का बोध
कुल जमा पाया है.

जो हासिल हुआ है,
माथे से लगाया है.  






noopur bole

बुधवार, 30 जून 2010

ख़बर

हाँ.

तुम्हारा
ईमेल मिला.
तुम्हारा
ख़त मिला.
फ़ोन पर
झटपट
बात भी हुई.
इक्का-दुक्का
मुलाक़ात भी हुई.

पर
तुम्हारी
कोई
ख़बर नहीं मिली. 



nupuram@gmail.com