बुधवार, 19 जनवरी 2022

जिद्दी है ज़िंदगी



राह बहुत लंबी 
बाकी है अभी.
कोई बात नहीं.

कट जायेगा ये भी.
वक़्त बुरा ही सही.
एक दिन बदलेगा ही.

कभी धूप होगी.
कभी छाँव भी.
कभी घटा बरसेगी.
पवन चुभेगी तीर सी.

कभी बात निकलेगी 
बीते दिनों की.
कभी फ़िक्र होगी 
आने वाले कल की.

कभी होगी दोस्ती 
कुछ देकर जाएगी.
कभी यारी टूटेगी भी 
कुछ सिखा कर जाएगी.

ठोकर भी लगेगी 
पर संभल जाएगी.
जिद्दी है ज़िंदगी 
रास्ते ख़ुद बनाएगी.

14 टिप्‍पणियां:

  1. धन्यवाद, आलोक जी ।
    आपके प्रोत्साहन ने यह कोना आलोकित किया ।

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  2. आपकी लिखी रचना  ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" सोमवार 24 जनवरी 2022 को साझा की गयी है....
    पाँच लिंकों का आनन्द पर
    आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. दिव्या जी, बहुत-बहुत धन्यवाद ।
      आनंद से मिल बैठेंगे । नमस्ते ।

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  3. उत्तर
    1. नमस्ते पर स्वागत है आपका, उर्मिला जी । सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार ।

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  4. कभी होगी दोस्ती
    कुछ देकर जाएगी.
    कभी यारी टूटेगी भी
    कुछ सिखा कर जाएगी.

    ये ज़िन्दगी है , खुद ही रास्ता बनाएगी । लाजवाब लेखन ।

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    1. धन्यवाद,संगीता जी. इतने स्नेह से पढने के लिए.

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  5. बहुत ही प्रेरणादायक व खूबसूरत सृजन!
    जिंदगी का दूसरा नाम ही है संघर्ष!
    संघर्ष ही जिंदगी है! जिंदगी जीने का मज़ा भी तभी आता है जब जिंदगी में बदलाव आते रहते हैं नहीं तो उबाऊ हो जाती है 😊

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    उत्तर
    1. शुक्रिया, मनीषा जी. संघर्ष हमें रचनात्मक सृजन करने की घुट्टी देता है. ठीक कहा आपने.

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