गुरुवार, 18 मार्च 2021

चाहे जो हो चहचहाना

सुन री गौरैया
तेरी लूँ मैं बलैया !

जब से तूने मेरे घर में
अपना घर बसाया
दिन फिर गए हैं ।

दिन उगता है,
दिन ढ़लता है,
चहकते हुए ।

एक अनकहा
अपरिभाषित रिश्ता
जुड़ गया है तुझसे ।
फ़िक्र रहती है तेरी
और तेरी गृहस्थी की ।
किसी अपने की ही
चिंता होती है ना ।

उस दिन सवेरे
उठते ही देखा ।
तेरा एक बच्चा
घोंसले से नीचे
गिर गया था ।
मरा पड़ा था ।
जाने ये कब हुआ !
कैसे हुआ !
पता ही नहीं चला ।
कलेजा टूक हो गया ।

हम सब रोज़ाना
देखते रहते हैं,
तेरी गृहस्थी
बड़ी होते हुए ।

कैसे बच्चे चोंच खोले
घोंसले से बाहर झांकते
बाट जोहते थे तेरी ।
और तू अपनी चोंच से
उनकी नन्ही चोंच में
डालती थी दाने ।

कैसे वो बच्चे
सीखते थे उड़ना
जब पंख निकल आते थे ।
फुदकते - फुदकते
पंख खोलते और टकराते
गिरते उड़ते गिरते उड़ते
एक दिन सीख गए उड़ना ।

कैसे मैना और कबूतर आते
हर वक्त तुम्हें डराते
घोंसला हथियाने के लिए ।
और तुम आसमान
सर पर उठा कर 
सचेत कर देते थे हमें ।
हम दौड़ते आते बचाने
कबूतर और मैना उड़ाने !

कहां से तुम आईं हमें
जीवन का पाठ पढ़ाने ।
कभी अपनी मदद करना
कभी किसी की मदद लेना ।
पर पंख फड़फड़ाते - फड़फड़ाते
फिर पंख फैला कर धीरे-धीरे
निर्द्वंद उड़ना सीखना ।
नीङ बनाना, बसाना, फिर उड़ जाना ।
दाना चुगना, पानी पीना और उड़ना ।
तिनका - तिनका जोड़ना सुख
और चाहे जो हो चहचहाना ।


14 टिप्‍पणियां:

  1. गौरैया उड़ के मन के भीतर बस गई। बहुत प्यारी कविता है बाईसा।

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    1. अरे! आपसे तो गहरी दोस्ती लगती है । आपके आसपास सदा चहचहाती रहें गौरैया ।
      मनःपसून आभार ।

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  2. बहुत सुन्दर भावनाओं से सजी अच्छी प्रस्तुति

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  3. अति सुंदर कथा चित्र प्रिय नूपुरं जी।
    ----
    नन्ही-सी चिड़िया देती संदेशा
    हम सब है साथी प्रकृति के देशा
    कर्मपथ पर चलना गति है जीवन की
    कोई न जाने पलभर में जीवन की
    साँसें रूक जाये कब,बदले देह वेषा
    ---

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  4. हार्दिक आभार आदरणीया ।
    सविनय याद दिलाना चाहती हूँ कि २० मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है । अनुरोध है कि इस दिन के अंक में गौरैया चहचहाए । मैंने पहले भी गौरैया पर लिखा है बार बार । औरों ने भी लिखा होगा । विस्तार में जानकारी www.sparrowday.org पर भी मिल जाएगी ।

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  5. सादर नमस्कार।

    कृपया १९ को २० पढ़े।

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  6. बहुत बहुत सुन्दर सरस रचना । सचमुच बहुत सूक्ष्म और विस्तृत वर्णन किया है आपने । शुभ कामनायें ।

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  7. बहुत सुंदर हृदय को आनंदित करती सार्थक कविता।

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  8. बेहतरीन भाव से संयोजित आपकी रचना

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  9. Hamari pyari gauraiya sada chahchahati rahe or hamare hradyon ko pulkit karti rahe world sparrow day par tumhari anoothi rachna swagat yogya hai.

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  10. बहुत ही सुंदर भाव लिए बेहद प्यारी रचना आदरणीय नूपुरं जी,गौरया का संरक्षण बेहद जरूरी हो गया है,इस में जो भी खुद से बन पड़े वो करना चाहिए, विश्व गौरैया दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं सादर नमस्कार नूपुरं जी

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