पापा मुझे बेटा
मत कहिए ना ।
मत कहिए ना ।
आपकी बेटी हूँ मैं ।
बेटी ही रहने दीजिए ना ।
बेटी होना कम है क्या ?
बेटी ही रहने दीजिए ना ।
बेटी होना कम है क्या ?
आपकी जीवन रागिनी का
सबसे कोमल स्वर हूँ मैं ।
आपके हृदय में,
माँ के अनुराग का
सुंदरतम स्पंदन हूँ मैं ।
सबसे कोमल स्वर हूँ मैं ।
आपके हृदय में,
माँ के अनुराग का
सुंदरतम स्पंदन हूँ मैं ।
आप क्यों डरते हैं इतना ?
मुझे कुछ नहीं होगा ।
आप तो भैया से ज़्यादा
मुझे प्यार करते हैं ना ?
फिर बेटी को बेटा कहना
ज़्यादा फ़क्र की बात है क्या ?
या बेटी का कन्यादान करना
उसे खो देने जैसा लगता है क्या ?
मुझे कुछ नहीं होगा ।
आप तो भैया से ज़्यादा
मुझे प्यार करते हैं ना ?
फिर बेटी को बेटा कहना
ज़्यादा फ़क्र की बात है क्या ?
या बेटी का कन्यादान करना
उसे खो देने जैसा लगता है क्या ?
पापा क्यों है ऐसा ?
भैया भी तो है आपका बेटा ।
नहीं भी है तो क्या हुआ ?
भैया भी तो है आपका बेटा ।
नहीं भी है तो क्या हुआ ?
छोड़ दीजिए ना
खांचे में ढालना ।
बेटे को बेटा
बुलाते हैं ना ?
फिर बेटी को भी,
बेटी ही कहिए ना ।
आपकी
कमज़ोर नब्ज़ बने रहना,
मेरी सबसे बड़ी ताक़त है..
आप समझ रहे हैं ना ?
सारी दुनिया
मुझे नकार दे भले
नेस्तनाबूद मुझे
कर सकेगी ना !
क्योंकि चाहे जो हो जाए,
पता है मुझे
पापा मेरे
हमेशा मेरे साथ हैं ना ।
खांचे में ढालना ।
बेटे को बेटा
बुलाते हैं ना ?
फिर बेटी को भी,
बेटी ही कहिए ना ।
आपकी
कमज़ोर नब्ज़ बने रहना,
मेरी सबसे बड़ी ताक़त है..
आप समझ रहे हैं ना ?
सारी दुनिया
मुझे नकार दे भले
नेस्तनाबूद मुझे
कर सकेगी ना !
क्योंकि चाहे जो हो जाए,
पता है मुझे
पापा मेरे
हमेशा मेरे साथ हैं ना ।
सब देख रहा है भैया ।
आपसे सीख रहा है भैया ।
उसे भी ये समझने दीजिए ना ।
बेटी को बेटी ही कहिए ना ।
आपसे सीख रहा है भैया ।
उसे भी ये समझने दीजिए ना ।
बेटी को बेटी ही कहिए ना ।
अपनी फुलवारी में रंग-रंग के
बड़े जतन से पौधे लगाए आपने ।
सबको अपनी-अपनी क्यारी में
अपने रंग में खिलने दीजिए ना ।
बड़े जतन से पौधे लगाए आपने ।
सबको अपनी-अपनी क्यारी में
अपने रंग में खिलने दीजिए ना ।
बेटी को बेटी ही पुकारिये ना ।
पापा मुझे बेटा मत कहिये ना ।
पापा मुझे बेटा मत कहिये ना ।
बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अनुराधाजी ।
हटाएंबहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अभिलाषा जी ।
हटाएंपढ़ती रहिएगा ।
Awesome post.
जवाब देंहटाएंThank you for your kind appreciation.
हटाएंThankfulness to my father who informed me about this webpage, this
जवाब देंहटाएंwebsite is really remarkable.
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हटाएंI was recommended this website by my cousin. I am not sure whether this post is written by him as nobody else know such detailed about my difficulty.
जवाब देंहटाएंYou are wonderful! Thanks!
Though I don't know if I am your cousin actually as you decided to stay anonymous. Yet I am happy you could relate to the poem. Hope your difficulty dissolves into understanding. Thank you.
हटाएंWoah! I'm really digging the template/theme of this blog.
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हटाएंHey very interesting blog!
जवाब देंहटाएंThank you. Do let me know what you found interesting in the blog. Keep coming back.
हटाएंअब समय बदल रहा है. बहुत अच्छे बेटे को लोग बेटी की उपमा देने लगे हैं. बधाई और आभार, इतनी सुन्दर रचना के लिए.
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