शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018

देर मत करना




देर मत करना ।
बार-बार नहीं देता
यह जीवन मौक़ा
कुछ अच्छा करने का ।

समय नहीं होगा
जब अवसर होगा ।
जब समय होगा
अवसर नहीं होगा ।

ऐसे ही क्रम चलेगा ।
लुकाछिपी खेलेगा
और समय बीत जाएगा ।
पता भी ना चलेगा ।

नित नए भेस धरेगा ।
पैंतरा भी बदलेगा ।
भुलावे में रखेगा ।
समय छलता रहेगा ।

चक्रव्यूह से बचना ।
तुम्हें पड़ेगा सीखना ।
यदि चाहो सच करना
अपना सुंदर सपना ।

अवसर तुम स्वयं रचना ।
संभावना को संभव करना ।
पहला अक्षर तुम लिखना ।
बारहखड़ी पूरी समय करेगा ।

अब देर मत करना ।
बार-बार नहीं देता
यह जीवन मौक़ा
कुछ अच्छा करने का ।

गुरुवार, 27 दिसंबर 2018

TIME

सचेत रहना मन




चिंता
चिता समान
होती है ।

कुंठा
उससे बढ़ कर
घातक होती है ।

वार दोनों का
कभी भी
खाली नही जाता ।

दीमक
लग जाती है,
सोच की संधों में ।
धीरे-धीरे
निगल जाती है
विवेक ।

घुन
लग जाता है ।
जिससे कभी
उबर नहीं पाता
आदमी ।

सुन्न 
हो जाता है
अवचेतन ।

निर्जीव
हो जाता है
चिंतन ।

इसलिए
सचेत रहना मन ।