शनिवार, 29 मार्च 2025

नव संवत्सर अभिनंदन


नव संवत्सर के आगमन पर

नव संकल्प से होकर विभूषित 

समवेत स्वर में करें अभिवादन 

समर्पित भाव से हो शुभारंभ 


हर दिन होता है एक नया दिन

नये सिरे से होती है यात्रा आरंभ 

क्षितिज पर उदय होता नया सूर्य 

दिग-दिगंत किरणों की वंदनवार  


पंखुरियों की ओट ले खिले फूल

पंछी चहके, कल-कल बहा जल

पकी फसल, पवन छेङे मृदु मृदंग

भ्रमर चकित सुन सृष्टि का अनुनाद 


बोएं नई फसल, नया पौधा रोप,

नव अनुसंधान, नवाचार सत्कार 

रचें कला के नये प्रसंग, प्रतिमान

प्रति क्षण नई संभावना का आगार


5 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" सोमवार 31 मार्च 2025 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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  2. बहुत सुंदर ! नव संवत्सर मंगलमय हो !

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  3. अति सुंदर और उत्साह पूर्ण !

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  4. अति सुन्दर 👌🏻नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें 🙏

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  5. बहुत सुंदर रचना।

    🌺 या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता ,,🙏
    🌺 नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। 🙏

    नववर्ष, गुड़ी पड़वा एवं चैत्र नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई🙏🏻💐

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