गुरुवार, 2 नवंबर 2017

आत्मबल




कब तक 
माँ दुर्गा ही 
महिषासुर मर्दन करेंगी ?
कब तक 
राजा राम ही 
रावण से युद्ध करेंगे ?

यदि महिषासुर 
और दशानन 
हमारे भीतर की ही 
दशाएं हैं, 
तो हम अपनी लड़ाई 
खुद कब लड़ेंगे ?

सामर्थ्य और 
दायित्व बोध जो 
प्रसाद में पाया हमने 
कब उस आत्मबल से 
स्वयं अपने 
मन के क्लेश 
हरेंगे हम ?


6 टिप्‍पणियां:

  1. शायद अभी तक इतना आत्मबल नहीं आ पाया है कि हम अपना भार ख़ुद उठा सकें ... प्रभावी रचना ...

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  2. धन्यवाद ।
    जी । बिल्कुल ठीक ।
    अपना मन बनाना है भार उठाने के लिए ।
    वर्ना भार तो प्रभु उठाते ही हैं सब का ।

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  3. सच अब खुद ही हथियार उठाने होंगे
    प्रेरक प्रस्तुति

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    1. धन्यवाद Kavita Rawat जी ।
      अपनी लड़ाई हमेशा से खुद ही लड़नी होती है ।
      आभार ।

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  4. I am extremely impressed along with your writing abilities, Thanks for this great share.

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