नमस्ते namaste
शब्दों में बुने भाव भले लगते हैं । स्याही में घुले संकल्प बल देते हैं ।
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Impressions
मयूरपंखी स्मृतिचिन्ह
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गुरुवार, 20 मार्च 2025
गौरैया घर आना
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मंगलवार, 18 मार्च 2025
मुट्ठी भर की गौरैया
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बस मुट्ठी भर की गौरैया ! चुन-चुन लाती खुशियाँ ! चुग चावल के दाने चार, चोंच में भर दो बूँद जल, करती घर का निरीक्षण, गर्दन घुमा कर बार-बार । द...
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शुक्रवार, 14 मार्च 2025
भक्त का मान
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इस बार होली में ऐसी जले होलिका, अग्नि में भस्म हो जाए ! दुराचार, दुर्भावना, छल, प्रपंच मिथ्या, जङता,कायरता। एकनिष्ठ प्रह्लाद भ...
13 टिप्पणियां:
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