राह बहुत लंबी
बाकी है अभी.
कोई बात नहीं.
कट जायेगा ये भी.
वक़्त बुरा ही सही.
एक दिन बदलेगा ही.
कभी धूप होगी.
कभी छाँव भी.
कभी घटा बरसेगी.
पवन चुभेगी तीर सी.
कभी बात निकलेगी
बीते दिनों की.
कभी फ़िक्र होगी
आने वाले कल की.
कभी होगी दोस्ती
कुछ देकर जाएगी.
कभी यारी टूटेगी भी
कुछ सिखा कर जाएगी.
ठोकर भी लगेगी
पर संभल जाएगी.
जिद्दी है ज़िंदगी
रास्ते ख़ुद बनाएगी.
बहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंधन्यवाद, आलोक जी ।
जवाब देंहटाएंआपके प्रोत्साहन ने यह कोना आलोकित किया ।
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" सोमवार 24 जनवरी 2022 को साझा की गयी है....
जवाब देंहटाएंपाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
दिव्या जी, बहुत-बहुत धन्यवाद ।
हटाएंआनंद से मिल बैठेंगे । नमस्ते ।
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंशुक्रिया, भारती जी । नमस्ते ।
हटाएंबहुत सुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंनमस्ते पर स्वागत है आपका, उर्मिला जी । सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार ।
हटाएंकभी होगी दोस्ती
जवाब देंहटाएंकुछ देकर जाएगी.
कभी यारी टूटेगी भी
कुछ सिखा कर जाएगी.
ये ज़िन्दगी है , खुद ही रास्ता बनाएगी । लाजवाब लेखन ।
धन्यवाद,संगीता जी. इतने स्नेह से पढने के लिए.
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंशुक्रिया, अनीता जी. नमस्ते.
हटाएंबहुत ही प्रेरणादायक व खूबसूरत सृजन!
जवाब देंहटाएंजिंदगी का दूसरा नाम ही है संघर्ष!
संघर्ष ही जिंदगी है! जिंदगी जीने का मज़ा भी तभी आता है जब जिंदगी में बदलाव आते रहते हैं नहीं तो उबाऊ हो जाती है 😊
शुक्रिया, मनीषा जी. संघर्ष हमें रचनात्मक सृजन करने की घुट्टी देता है. ठीक कहा आपने.
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