होली
बहुत कुछ दे जाती है ।
दुःख देती हैं
जो मान्यताएं ,
उन्हें
होम कर देने का
साहस ।
मनमोहक रुपहले रंग
जीवन में,
निरंतर घोलने की
चाहत ।
झूठी अपेक्षाएं ,
थके-हारे मन के
क्लेश,
निरर्थक दंश,
सब ध्वस्त करने का
मनोबल ।
होलिका दहन में
भस्म करते हुए
टूटा . . पुराना . . बेकार का बोझा,
समस्त दुराग्रह . . पूर्वाग्रह . .
बहुत कुछ साथ ले जाती है
होली ।
मनाओ मन से तो
एकनिष्ठ लगन की लौ
है होली ।
खेलो सरल भाव से तो
निश्छल रंगों का
पावन पर्व है होली ।