नमस्ते namaste
शब्दों में बुने भाव भले लगते हैं । स्याही में घुले संकल्प बल देते हैं ।
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Impressions
मयूरपंखी स्मृतिचिन्ह
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सोमवार, 13 अक्टूबर 2025
पावन पदचिन्ह
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घर-घर के द्वार पर मंदिर के निकट अल्पना में अंकित शुभ श्री चरण .. माँ लक्ष्मी के माथे पर दमकता पूर्ण चंद्र नील नभ के ताल मध्य जै...
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शनिवार, 11 अक्टूबर 2025
हर रंग में खुशरंग रहना
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जब आता है भूकंप थरथरा उठती है पृथ्वी ! ज़मीन फट जाती है ! चट्टानों में पङ जाती है दरार ! फिर भी इस दरार से इक दिन अंकुर फूटता ह...
4 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025
धूप-छाँव में पनपे रिश्ते
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शिकायतें मुझे भी हैं तुमसे नाराज़गी तुम्हें भी हैं मुझसे हम तुम बिन रह नहीं सकते तुम्हें भी साथ रहना है हमारे यदि हम उन खूबियों ...
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