tag:blogger.com,1999:blog-725989517651635361.post4727288952730052495..comments2024-03-23T22:39:59.865+05:30Comments on नमस्ते namaste : सपना नूपुरं noopuramhttp://www.blogger.com/profile/18200891774467163134noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-725989517651635361.post-36795107714657175842014-02-12T10:58:07.757+05:302014-02-12T10:58:07.757+05:30अति सुन्दर। सपने के सच होने का सपना.... अच्छा है। ...अति सुन्दर। सपने के सच होने का सपना.... अच्छा है। टूटी हुई स्ट्रीट लाइट का प्रयोग बहुत पसंद आया। हवादार खिड़की से धूप का आना बहुत सुन्दर है। निःसंदेह आप ने शब्दों से रंग भरे हैं, मात्राओं से ख़याल बुने हैं, और फिर – <br /><br />इस कागज़ को पढ़ो / तो समझोगे / कैसे स्वप्न गढ़े जाते हैं।<br /><br />ये तो सार है आपकी लगभग सारी ही कविताओं का। चन्द व्यक्ति विशेष कविताओं को छोड़ कर लगभग सभी भूत, वर्तमान, और अंततः भविष्य के सपनों में ही जीती हैं।<br /><br />शब्दों का प्रयोग हमेशा की तरह सुन्दर और स्वभाविक है। विषय तो सपनों सा सुन्दर है ही। जीती रहें। ख़ुश रहें। लिखती रहें॥Shams Noorur Rehman Farooqihttps://www.blogger.com/profile/07939925275061955927noreply@blogger.com