नमस्ते namaste
शब्दों में बुने भाव भले लगते हैं । स्याही में घुले संकल्प बल देते हैं ।
शनिवार, 21 मार्च 2015
नव संवत्सर शुभ हो !
आने वाला हर पल नया है ।
संभावनाओं से भरा है ।
समय का पन्ना नया है ।
लिखो जो चाहे लिखना है . . . . . .
हरेक पल अनुभव नया है ।
हर अनुभव से कुछ सीखना है ।
ये मौसम का तेवर नया है ।
या तुमने नया छंद रचा है ।
शनिवार, 14 मार्च 2015
बात
कोई तो बात होगी
जो तुमसे हर बात
कहने का
जी करता है ।
और जो बात
कहे बिना
कह दी जाती है ,
उसे ज़माना
प्यार कहता है ।
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